Crossdressing Memories long hair love part 3

भाभी अपनी पनिशमेंट में बिल्कुल स्ट्रिक्ट थी ,मैने लाख बार रिक्वेस्ट की , माफी भी मांगी , प्रोमिस भी किए के , कल से पनिशमेंट दे, पर आज मेरे बाल खोल दो, पर भाभी कहा मानने वालो में से है, उल्टे हर बार कोई न कोई काम करवाती रहती।


पूरा दिन खत्म हो गया, रात को भी, मुझे ऐसे ही सोना पड़ा ।अगले दिन जब मैं भाभी के पास गया, अपने  बालो से चोटी खुलवाने के लिए, क्यों के पहेली बार बालो की चोटी बनी थी, तो बहुत दर्द हो रहा था सिर में जैसें सिर की नस खीच रही हो।


पर भाभी ने मुझे कल वाला ही पेपर दे दिया, समय दो घंटे से भी कम दिया, मैंने तो कल से कुछ पढ़ा नही था, वोही हुआ जो होना था, कल से भी कम नंबर आए।

अब भाभी कुछ बोलती मैने ही बोला भाभी मैं कोई फ्रॉक नही पहेनूंगा बस मैं पहले ही कहे रहा हूं। भाभी बोली अच्छा बाबा डर क्यों रहे हो। आज मैं तुम्हे एक एक्सरसाइज दूंगी, जो तुम्हे पूरा दिन जोर जोर से बोल कर करनी है , सिर्फ जब तुम पढ़ाई नही कर रहे होगे, और नियम पता है ना, अब तुम्हारी दो पनिशमेंट तब तक चलेगी, जब तक तुम कल के पेपर में 95% नही ले आते याद है ना। मैने अपना सिर हां में हिलाया। अब भाभी बोली ये गुरु मंत्र जो तुम पूरे दिन बोलोगे जोर जोर से मुझे सुनाई देना चाहिए पूरा दिन, फिर भाभी बोली,

आज से मेरा नाम मोरनी है,क्यों के मेरा मन मोरनी जैसा चंचल है, इसलिए आज से में मोरनी की तरह कलरफुल कपड़े  जैसे साड़ी ब्लाउज पेटीकोट, सलवार कमीज, या जो भी, भाभी मेरे लिए चुनेगी, वो ही पहेनुंगा, जिससे मेरा अंदर और बाहर एक जैसा हो सके। में अगर कल के पेपर में कम नंबर लाया तो मैं भाभी से रिक्वेस्ट करूंगा के मुझे अपने हाथो से चूड़ियां पहेनाये ।


भाभी बोली, कल अगर पढ़े बिना कम नंबर लाए, तो क्या होगा वो पता चल गया न ,अब फटाफट मेरे लिए चाय बनाओ मैं झाड़ू लगा देती हूं घर में , फिर तुम अपनी पढ़ाई करो। और हां चाय बनाते समय ये मंत्र मुझे सुनाई देना चाहिए खास कर लास्ट वाली लाइन। और हस्ते हुए चली गई दो तीन बार मुझे टोका के जोर से बोलू सुनाई नही दे रहा क्या बोल रहे हो। में बोला और कितना तेज बोली पड़ोसियों को सुनाना है क्या । फिर मैं थोड़ा सा तेज बोला मैं भाभी से रिक्वेस्ट करूंगा के मुझे अपने हाथो से चूड़ियां पहेनाये।

ये एक लंबी कहानी है जो पार्ट्स में आयेगी, इसमें सब कुछ है, क्रोस्ड्रेसिंग, बॉन्डेज रस्सी से चैन से दुप्पटे से , इमोशन रोमांस , रेवेंज और प्यार। आपके कॉमेंट्स ही मेरा मोटिवेशन है।

पूरे घर में पोछा लगाते हुए, आराम चाहिए था पर जाति कहा, आराम करने, अब तो मेरे कमरे में लॉक था, तो टीवी के सामने लगे सोफे पर, जहां पर पूरा दिन काटती थी, हिम्मत नही हो रही थी बैठने की, मां कही इसी बात पर कोई ताना न मार दे, और मां ने शायद मेरी आंखों में पढ़ लिया, और बोली खड़ी क्या है, मेरे पास आ, और में जब उनके पास गई, मेरा हाथ पकड़ कर मुझे सोफे के साइड में नीचे बिठा दिया, और बोली अपनी हालत देख, सोफे पर बैठ कर सोफे को गंदा करेगी क्या, कितनी गंदी साड़ी कर रखी है, और तुझे बोला था ना पल्लू सिर पर होना चाहिए, मुझे अचानक याद आया के आंटी ने हटाया था, मैंने बोला ही था के आंटी ने, तभी मां बोली क्यों तेरे हाथ टूटे है, दुबारा पल्लू डाल नही सकती थी, अच्छा तो तुझे शर्म आ रही होगी ना पल्लू डालने में।

मुझे अब अपने गुस्से से काबू खत्म हों रहा था, मां ने ये बात नोट कर ली, और पता नही, कब वो मेरे सामने से मेरे पीठ के पीछे आई, और मेरे दोनो हाथ मेरी पीठ के पीछे पास ही पड़े एक डुप्पट्टे से बांध दिए, और बोली रस्सी जल गई पर बल नही गया, गुस्सा अभी भी नाक पर ही है, पर में देखती हूं कब तक, और फिर पता नही क्या चैन सी लाई, मेरे गले में पहिना दिया, और मुझे जैसे मैं कोई जानवर होऊं, ऐसे मुझे मेरे कमरे में लेकर गई, और घर की छत पर लगे हैंगर से मेरे गले की सांकड़ को बांध दिया, अब मैं चाह कर भी, ज्यादा दूर नहीं जा सकती, और न बैठ सकती थी, बस खड़े रहे सकती थी, हाथ अब भी पीछे ही बांधे हुए थे, मां मुझे ऐसे ही बांध कर कमरे से बाहर चली गई, और थोड़ी देर बाद एक और चैन लेकर आई, और मेरे हाथो को, मेरी पीठ के पीछे से मेरे गले की साकड़ से जोड़ कर लॉक कर दिया, और फिर मेरा हाथ का दुप्पटा खोल दिया, मेरे कमरे का गेट खुला ही था पर मैं बंधी हुई थी ।

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1 comment:

  1. Nice story after so long. Please continue as soon as possible. Loving it.

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