सितारे, शरारत और नियति का खेल: जब तक ग्रह न बदलें!

राजीव खुशी से बोला मैं दुनिया का एक लौता मर्द हूं जो सुहागरात में अपनी पत्नी से गिफ्ट लेने वाला हूं 


पर जो भी हो में तैयार हूं पहेनाओ अपने हाथो से 


तनुश्री बोली ठीक है तो एक काम करो खड़े हो जाओ फिर 


राजीव को लगा शायद पायल होगी जो ये मुझे पहेनाएगी तो वो चुपचाप खड़ा हो गया 


तनुश्री बोली अब अपनी आंखे बंद कर लो और जब तक मैं आंखे खोलने को ना कहूं आंखे मत खोलना और अपने शरीर को ढीला छोड़ दो क्यों के ये गिफ्ट तुमने अपने सपने में भी नही सोचा होगा 


मेरी किस्मत देखो मैंने सोचा था के ये गिफ्ट मेरा पति मुझे देगा और सब उलटा हो रहा है मुझे अपने पति को ही देना पद रहा है पर अब तुम्हारी किस्मत में लिखा है वो गिफ्ट पाना तो मैं कर भी क्या सकती हूं


राजीव ने अपनी आंखे बंद कर ली और बोला लो मैंने अपनी आंखे बंद कर ली है 


तनुश्री भी अपने बिस्तर से खड़ी हुई एक सफेद दुप्पटा लिया और राजीव की आंखों पर बांधा और उसके पीठ के पीछे खड़ी हो गई फिर राजीव को पीठ पर किस किया जहा पर ब्लाउज नही था फिर उसकी कमर पर हाथ फिराया और राजीव के दोनो हाथो पर अपने हाथ फिराने लगी ऊपर से नीचे तक 


राजीव जो की राजपूताना लहेंगे में खड़ा था उसकी आंखे एक सफेद दुप्पटे से बंधी थी उसकी ही पत्नी तनुश्री ने सुहागरात की रात बांध दी थी राजीव को कुछ दिखाई नहीं दे रहा  था पर सुबह से तनुश्री के टाइट टाइट लगेंगे में उसका पूरा शरीर कसा हुआ था तो तनुश्री के कोमल कोमल हाथ उसकी बॉडी पर जहा पर भी पड़ रहे थे उसे बहुत अच्छा लग रहा था जैसे पूरी बॉडी का मसाज हो रहा हो 


राजीव इस मुलायम मुलायम एहसास में जैसे खो सा गया था वो सब कुछ भूलता सा जा रहा था के वो अभी कहा है किस हाल में है बहुत अच्छा लगा रहा था मजा आ रहा था 


तभी उसे ऐसा लगा कुछ अजीब सा हुआ क्यों के तनुश्री ने राजीव के हाथो को और कंधे का मसाज करते हुए उसके दोनो राजीव की पीठ के पीछे किए और राजीव के दोनो हाथो में चूड़ियां को थोड़ा सा ऊपर किया और जैसे जगह बना रही हो और अचानक से एक क्लिक की आवाज सुनाई दी और जब तक राजीव कुछ समझ आता राजीव के दोनो हाथ एक स्टील की हैंडकफ में लॉक हो गए थे 


और तनुश्री जोर जोर से हंसने लगी और जब राजीव को समझ आया के अभी अभी उसके साथ क्या हुआ है वो अपने हाथ खोलने की कोशिश करने लगा पर कोई फायदा नही हुआ क्यों के स्टील के हैंडकफ थे जो बिना चाभी के नही खुल सकते थे आंखे भी बंधी हुई थी और अब हाथ भी लॉक हो गए थे 


राजीव ने तनुश्री से पूछ ये क्या किया तुमने ये क्या चीज है 


तो तनुश्री ने कहा के ये मेरी सहेली का आइडिया था के सुहागरात को थोड़ा स्पाइसी बनाने के लिए उसने मुझे गिफ्ट दिया था


और मुझे लगता है सुहागरात पर इससे अच्छा सा गिफ्ट नही हो सकता है एक पति का अपनी पत्नी को देने के लिए 


फिर तनुश्री ने राजीव से पूछा वैसे मैंने एक क्वेश्चन तो पूछा ही नही के तुम सुहागरात कैसे मनाओगे कपड़े पहन कर या उतार कर



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Amit ki crossdressing by beautifull teacher

Hello dosto ek jabardast crossdressing student and teacher ki likhi hai agar kisi ko padhna ho to message karna 80 page ki hai charges applicable